Destruction:पाकिस्तान में कुदरती आफत, 20 लाख लोगों का पलायन, 2200 गांव डूबे

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Destruction:पाकिस्तान में कुदरती आफत, 20 लाख लोगों का पलायन, 2200 गांव डूबे

Destruction: भारत और पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र में भारी मानसूनी बारिश और नदियों के उफान के कारण भीषण बाढ़ ने तबाही मचा दी है।

रावी, सतलुज और चेनाब नदियों में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने से दोनों देशों में लाखों लोग प्रभावित हुए हैं।

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भारत के पंजाब में बाढ़ ने कई गांवों को जलमग्न कर दिया है, वहीं पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांतों में स्थिति और भी गंभीर है।

पाकिस्तान में बाढ़ से भारी तबाही

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में 2,200 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं, जिसके कारण 20 लाख से ज्यादा लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं।

लाहौर जैसे शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण इलाके भी जलमग्न हो गए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के अनुसार, जून के अंत से अब तक मानसून और बाढ़ से संबंधित घटनाओं में कम से कम 854 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों घायल हुए हैं। पशुओं और संपत्ति का भी भारी नुकसान हुआ है।

पाकिस्तान के सिंध प्रांत में बाढ़ का खतरा अब और बढ़ गया है। प्रशासन ने ‘सुपर फ्लड’ का अलर्ट जारी किया है, क्योंकि गुड्डू और सक्कर बैराज में पानी का बहाव 9 लाख क्यूसेक या उससे अधिक होने की आशंका है।

सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने रविवार को इन बैराजों का दौरा कर तैयारियों की समीक्षा की और चेतावनी दी कि यदि स्थिति बिगड़ी तो 15 जिलों में 16 लाख लोग प्रभावित हो सकते हैं।

राहत और बचाव कार्य तेज

पाकिस्तान में सेना, पुलिस, एनडीआरएफ, और अन्य एजेंसियां राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं। अब तक 7.5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

संवेदनशील बांधों और तटबंधों पर निगरानी बढ़ा दी गई है, और आपदा क्षेत्रों में अपराध रोकने के लिए पुलिस पिकेट्स स्थापित किए जा रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठन भी भोजन, स्वच्छता किट, और चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहे हैं।

भारत पर पानी छोड़ने का आरोप

पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारत ने रावी, सतलुज और चेनाब नदियों में जानबूझकर अतिरिक्त पानी छोड़ा, जिससे बाढ़ की स्थिति और बिगड़ गई।

पाकिस्तानी मंत्री अहसान इकबाल ने दावा किया कि भारत पानी को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। हालांकि, भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में तवी नदी में बाढ़ के हालात को देखते हुए मानवीय आधार पर पाकिस्तान को पहले ही अलर्ट जारी किया गया था।

भारत में भी बाढ़ का कहर (Destruction) 

भारत के पंजाब में भी सतलुज, रावी और ब्यास नदियों के उफान के कारण कई जिले प्रभावित हैं। पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, फाजिल्का, और तरनतारन जैसे क्षेत्रों में सैकड़ों गांव जलमग्न हैं।

भारतीय सेना, एनडीआरएफ, और स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हैं, और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं।

आने वाले दिनों में खतरा (Destruction) बरकरार

पाकिस्तान के मौसम विभाग और आपदा प्राधिकरण ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिन बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि भारत से और पानी छोड़े जाने की आशंका है।

इससे लाहौर और आसपास के इलाकों में स्थिति और खराब हो सकती है। दोनों देशों में बाढ़ से प्रभावित लोगों को तत्काल आश्रय, चिकित्सा, और स्वच्छ पानी की जरूरत है। जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ती चरम मौसमी घटनाएं इस तबाही को और गंभीर बना रही हैं।

 

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Ajay Sharmahttps://computersjagat.com
Indian Journalist. Resident of Kushinagar district (UP). Editor in Chief of Computer Jagat daily and fortnightly newspaper. Contact via mail computerjagat.news@gmail.com

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