स्वच्छता अभियान के दूसरे चरण का जोरदार आगाज, रेलवे स्टेशनों पर व्यापक सफाई
Cleaning: भारतीय रेलवे के स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत वाराणसी मंडल में 16 अगस्त से 31 अक्टूबर 2025 तक चल रहे स्वच्छता अभियान के दूसरे चरण के सातवें दिन आज मंडल रेल प्रबंधक श्री आशीष जैन के निर्देश और वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (ई.एन.एच.एम) श्री अभिषेक राय के नेतृत्व में व्यापक स्तर पर स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किए गए। गाजीपुर सिटी, जंक्शन, छपरा, सिवान, देवरिया सदर, मऊ, आजमगढ़, बलिया, बनारस, वाराणसी सिटी और प्रयागराज रामबाग स्टेशनों के साथ-साथ ट्रेनों, रेलवे कॉलोनियों, डिपो और कारखानों में स्वच्छता से संबंधित कई गतिविधियां संचालित की गईं।
जागरूकता रैली और नुक्कड़ नाटक से स्वच्छता का संदेश
स्वच्छता अभियान के तहत वाराणसी मंडल के स्टेशनों पर कार्यरत स्वास्थ्य निरीक्षकों ने रेलवे कर्मचारियों और संविदा कर्मचारियों के साथ मिलकर जन जागरूकता रैली निकाली। रैली में स्वच्छता से संबंधित नारे, पोस्टर और बैनर प्रदर्शित किए गए। इसके अलावा, नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से यात्रियों और कर्मचारियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। “स्वच्छ रेल, स्वच्छ भारत” और “आइए, भारतीय रेल को स्वच्छ बनाने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाएँ” जैसे नारों ने लोगों में स्वच्छता के प्रति उत्साह जगाया।
कचरे का पृथक्करण और गहन सफाई
अभियान के दौरान स्टेशन परिसर में गीले और सूखे कचरे के लिए अलग-अलग कूड़ेदान लगाए गए, ताकि कचरे का उचित पृथक्करण सुनिश्चित हो। ट्रेनों और कोचों की गहन सफाई की गई, जिसमें लिनेन के निरीक्षण और भंडारण की व्यवस्था को भी जांचा गया। रेलवे ट्रैकों और उनके आसपास की गहन सफाई के लिए स्थानीय निकायों के सहयोग से पटरियों के किनारे जमा कचरे को हटाया गया। रेलवे कॉलोनियों और अन्य रेलवे प्रतिष्ठानों में भी विशेष सफाई अभियान चलाया गया।
सार्वजनिक घोषणाओं से बढ़ाया उत्साह
स्टेशनों और ट्रेनों में पीए सिस्टम के माध्यम से स्वच्छता से संबंधित घोषणाएं की गईं, जिसमें यात्रियों को स्वच्छता अभियान में सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इन प्रयासों का उद्देश्य न केवल रेलवे परिसर को स्वच्छ रखना है, बल्कि यात्रियों और कर्मचारियों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देना भी है।
मंडल रेल प्रबंधक का संदेश
मंडल रेल प्रबंधक श्री आशीष जैन ने कहा, “स्वच्छता हमारी साझा जिम्मेदारी है। यह अभियान न केवल रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों को स्वच्छ रखने के लिए है, बल्कि यह एक सामाजिक आंदोलन है जो स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक कदम है।” उन्होंने सभी कर्मचारियों और यात्रियों से इस अभियान में सक्रिय सहयोग की अपील की।