Tiger:सैर पर निकला बाघ पहुंचा सड़क पर,बढ़ाई लोगों की धड़कनें, और फिर..
Tiger:यूपी में माधोटांडा खटीमा मार्ग बाघों की चहल कदमी के लिए जाना जाता है।
इसका कारण यह है कि सड़क के दोनों ओर जंगल है। एक तरफ के जंगल से दूसरी
ओर जाने के लिए वन्यजीव अन्य रास्ता पार करते हुए दिख जाते हैं।
टाइगर रिजर्व में पर्यटन सत्र बंद चल रहा है। लेकिन इस मार्ग पर अक्सर राहगीरों को बाघों के दीदार हो जाते हैं।
वैसे तो मोटरसाइकिल सवार राहगीरों पर कई बार बाघ हमला कर चुके हैं।
पर्यटकों को रोमांचित करते हैं बाघ
कार सवार राहगीरों को मार्ग पर विचरण करते हुए बाघ खूब रोमांचित करते हैं।
इस मार्ग के वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर खूब प्रसारित होते हैं।
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पीलीभीत टाइगर रिजर्व के पर्यटन स्थल महोफ और बराही रेंज में स्थित है।
जंगल सफारी के दौरान पर्यटकों को बाघ और भालू समेत कई अन्य वन्य जीवों के भी खूब दीदार होते हैं।
वन क्षेत्र में घूमते हैं बाघ
माधोटांडा खटीमा मार्ग भी महोफ वन क्षेत्र से ही होकर गुजरता है।
यह वन क्षेत्र उत्तराखंड की सुरई वन क्षेत्र की सीमा से भी मिला हुआ है।
महोफ और सुरई दोनों से गुजरता हुआ यह मार्ग 25 किलोमीटर तक जंगल के भीतर से ही गुजरता है।
मार्ग के किनारे नहर होने के कारण अक्सर बाघ, भालू समेत कई वन्य जीव जंगल से निकाल कर
मार्ग पर विचरण करते हुए नहर में अपनी प्यास बुझाने के लिए पहुंचते हैं।
ऐसी स्थिति में राहगीरों के सामने जब विचरण करता हुआ बाघ या भालू आता है, तो उनके चेहरे खुशी से खिल जाते हैं।
सड़क पर बाघ देखकर रुक गए लोग
शुक्रवार शाम को भी कुछ राहगीर खटीमा की ओर जा रहे थे।
तभी मुस्तफाबाद से आगे जंगल के भीतर एक बाघ सड़क पर घूमता हुआ नजर आया।
राहगीरों ने बाघ को देखकर अपना वाहन रोक दिया। बाघ विचरण करता हुआ
जंगल के भीतर चला गया। राहगीर भी आगे की ओर बढ़ गए।
महोफ वन क्षेत्र के क्षेत्राधिकार वजीर हसन ने बताया कि वन क्षेत्र होने के कारण
वन्यजीव आते हैं। उनकी निगरानी के लिए टीमें लगी रहती है।