Bridge collapsed: इंद्रायणी नदी पर पुल ढहा, 5 की मौत, 20 से 25 लोग लापता, राहत कार्य जारी
Bridge collapsed: महाराष्ट्र के पिंपरी-चिंचवड़ में रविवार दोपहर इंद्रायणी नदी पर बना एक 30 साल पुराना लोहे का पुल अचानक ढह गया, जिससे एक बड़ा हादसा हो गया।
इस घटना में आधिकारिक तौर पर पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 20 से 25 लोगों के नदी में बहने की आशंका जताई जा रही है।
हादसे के समय पुल पर करीब 100 लोग मौजूद थे, जिनमें से कुछ लोग तैरकर किनारे पहुंचने में सफल रहे, लेकिन कई तेज धारा में बह गए।
हादसे का विवरण
घटना दोपहर करीब 3:40 बजे तलेगांव दाभाड़े के पास कुंडमाला क्षेत्र में हुई, जो एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
रविवार होने के कारण भारी संख्या में पर्यटक और स्थानीय लोग नदी के बढ़े जलस्तर का नजारा देखने के लिए पुल पर जमा थे।
अचानक पुल का एक हिस्सा टूट गया, जिससे लोग नदी की तेज धारा और नीचे मौजूद पत्थरों पर गिरे। कई लोगों को गंभीर चोटें आईं।
स्थानीय विधायक सुनील शेलके के अनुसार, पुल की जर्जर हालत और भारी भीड़ इस हादसे का प्रमुख कारण रही।
राहत और बचाव कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही पिंपरी-चिंचवड़ और तलेगांव दाभाड़े पुलिस, स्थानीय लोग, दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं।
एनडीआरएफ ने अब तक 38 लोगों को सुरक्षित निकाला है, जिनमें से 5-6 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
तेज बहाव और खराब मौसम के कारण बचाव कार्य में मुश्किलें आ रही हैं। 20-22 एंबुलेंस और गोताखोरों की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं।
पुल की स्थिति और प्रशासन पर सवाल
स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह लोहे का पुल कई वर्षों से जर्जर हालत में था और इसकी शिकायतें प्रशासन तक पहुंची थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
बताया जाता है कि पुल को तीन महीने पहले वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया था, लेकिन कोई बैरिकेडिंग या चेतावनी बोर्ड नहीं लगाया गया, जिसके कारण लोग पुल पर चढ़ते रहे।
पिछले दो दिनों से पुणे में हो रही भारी बारिश ने नदी के जलस्तर को बढ़ा दिया था, जिससे पुल पर और दबाव पड़ा।
मुख्यमंत्री का बयान
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे पर गहरा दुख जताया और कहा कि राहत कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं।
उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घोषणा की कि मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी, जबकि घायलों का इलाज राज्य सरकार के खर्च पर होगा।
फडणवीस ने कहा एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन हरसंभव प्रयास कर रहा है, लेकिन हताहतों की संख्या की पुष्टि अभी नहीं की जा सकती।