Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को और बड़ा झटका लगा है।
राउज एवेन्यू कोर्ट ने AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल को कथित शराब नीति घोटाला मामले में तीन दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है।
CBI ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को बुधवार को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया।
केंद्रीय एजेंसी ने कथित आबकारी घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में पूछताछ के लिए अदालत से केजरीवाल को पांच दिन के लिए उसकी हिरासत में भेजने की मांग की थी।
कोर्ट का कहना है कि रिमांड के दौरान कोर्ट ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल को हर दिन उनसे 30 मिनट और उनके वकील को हर दिन उनसे 30 मिनट मिलने की इजाजत दी।
अदालत ने उन्हें रिमांड के दौरान अपनी दवाएं और घर का बना खाना खाने की भी अनुमति दी।
कोर्ट ने सुरक्षित रखा था फैसला
स्पेशल जज अमिताभ रावत ने हिरासत से जुड़ी अर्जी पर दिन में फैसला सुरक्षित रख लिया था। केजरीवाल ने अदालत के सामने दावा किया कि वो इस मामले में निर्दोष हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और साथ ही आम आदमी पार्टी (AAP) भी निर्दोष है। जज से अनुमति मिलने के बाद केंद्रीय एजेंसी ने औपचारिक रूप से AAP के राष्ट्रीय संयोजक को गिरफ्तार कर लिया।
तिहाड़ सेंट्रल जेल से केजरीवाल को अदालत में पेश किया गया, जिसके बाद सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार करने की अर्जी दी।
AAP नेता आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जेल में है, जिसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) कर रहा है।
AAP निर्दोष है और मैं भी…
केजरीवाल ने अदालत से कहा, “मीडिया में CBI सूत्रों के हवाले से ये दिखाया जा रहा है कि मैंने एक बयान में पूरा दोष मनीष सिसोदिया पर डाल दिया है।
मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है कि सिसोदिया दोषी हैं या कोई और दोषी है। मैंने कहा है कि सिसोदिया निर्दोष हैं, AAP निर्दोष है, मैं निर्दोष हूं।”
उन्होंने कहा, “उनकी पूरी योजना मीडिया के सामने हमें बदनाम करने की है। कृपया ध्यान दें कि ये सब बातें सीबीआई सूत्रों के माध्यम से मीडिया में प्रसारित की गई हैं।”
अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने ये भी दावा किया कि CBI इस मामले को सनसनीखेज बना रही है।
उन्होंने कहा, “इसे स्पष्ट किया जाना चाहिए। ये सभी अखबारों की हेड लाइन होंगी। उनका मकसद मामले को सनसनीखेज बनाना है।’’
CBI ने दिया जवाब
हालांकि, CBI का पक्ष रख रहे वकील ने कहा कि उन्होंने तथ्यों के आधार पर दलील दी थी और एजेंसी के किसी सूत्र ने कुछ नहीं कहा था।
न्यायाधीश ने कहा कि मीडिया किसी सुर्खी को प्रमुखता देती है। उन्होंने कहा, “मीडिया को इस मामले में नियंत्रित करना बहुत ही मुश्किल है।”
CBI ने केजरीवाल की हिरासत मांगने के लिए अदालत में दाखिल अर्जी में कहा कि मामले में बड़ी साजिश का पता लगाने के लिए उनसे पूछताछ जरूरी है।
एजेंसी ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री का सबूतों और मामले के अन्य आरोपियों से आमना-सामना कराने की भी जरूरत है।