vedic astrology: लक्ष्मी नारायण योग क्या होता है? रातोंरात चमक जाती है किस्मत, खूब होगा धन लाभ
vedic astrology: वैदिक ज्योतिष में ग्रहों के राशि परिवर्तन की घटना बेहद महत्वपूर्ण मानी गई है।
ग्रहों के गोचर से बनने वाले शुभ संयोग का भी शुभ-अशुभ प्रभाव 12 राशियों पर भी पड़ता है।
ज्योतिष में धन योग, बुधादित्य योग, सुकर्मा योग, गजलक्ष्मी योग और लक्ष्मी नारायण योग समेत कई
राजयोग को बेहद शुभ माना गया है। मान्यता है कि कुंडली में इन राजयोग के निर्माण से सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है।
ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, 31 मई को बुध वृषभ राशि गोचर करेंगे।
जहां पर सूर्य, शुक्र और गुरु पहले से ही विरामान हैं। वृषभ राशि में बुध और शुक्र की युति से
लक्ष्मी नारायण योगा का निर्माण होगा। इस युति पर देवगुरु बृहस्पति की भी दृष्टि रहेगी।
जिससे यह संयोग बेहद शुभ फलदायी साबित होगा। आइए जानते हैं
लक्ष्मी नारायण राजयोग का प्रभाव और इससे किन राशियों को होगा फायदा…
लक्ष्मी नारायण योग के शुभ फल:
कुंडली में लक्ष्मी नारायण राजयोग बनने से अचानक से धन लाभ के योग बनते हैं।
बुध और शुक्र के संयोग से व्यक्ति का जीवन सुख-सुविधाओं में व्यतीत होता है।
मान्यता है कि लक्ष्मी नारायण योग बनने से जातक को कभी भी धन की तंगी का सामना नहीं करना पड़ता है।
बुद्धि और विवेक में वृद्धि होती है। व्यक्ति की निर्णय लेन की क्षमता बेहतर होती है।
कुंडली में लक्ष्मी नारायण योग बनने से किसी भी क्षेत्र में संघर्ष नहीं करना पड़ता है।
लक्ष्मी नारायण योग का राशियों पर प्रभाव :
ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, 31 मई 2024 को बुध-शुक्र की युति से बनने वाले
लक्ष्मी नारायण राजयोग से कन्या, तुला, धनु और मकर राशि वालों को जबरदस्त लाभ होगा।
आय के नए साधन बनेंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। धन का आवक बढ़ेगा।
नौकरी में प्रमोशन या अप्रेजल के चांसेस बढ़ेंगे। आनंददायक जीवन गुजारेंगे।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।