बुद्धभूमि कुशीनगर के लिए ऐतिहासिक दिन, इंटरनेशनल एयरपोर्ट बना ऑल वेदर ऑपरेशनल
कुशीनगर जिले वासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) द्वारा 4C-VFR (दिन में लैंडिंग तक सीमित) से अपग्रेड कर 4C-ऑल वेदर ऑपरेशन्स (IFR – नॉन-प्रिसिजन अप्रोच रनवे) का लाइसेंस दे दिया गया है। इस परिवर्तन के साथ अब यहां उड़ानें रात में और खराब मौसम में भी सुगमता से उतर और उड़ान भर सकेंगी।
एयरपोर्ट कार्यालय में मनाई गई खुशी
जैसे ही DGCA ने लाइसेंस अपग्रेड का पत्र जारी किया, कुशीनगर एयरपोर्ट कार्यालय में केक काट कर इस सफलता का जश्न मनाया गया। जिला अधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने भी अपने X (पूर्व ट्विटर) हैंडल से इसकी जानकारी साझा करते हुए इसे जनपद के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया।
डीएम और सांसदों ने दी बधाई
डीएम महेंद्र सिंह तंवर ने लिखा, “सभी जनपदवासियों को यह बताते हुए अति प्रसन्नता हो रही है कि कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का लाइसेंस अब 4C-VFR से अपग्रेड होकर 4C-ऑल वेदर ऑपरेशन्स हो गया है। इससे कुशीनगर की कनेक्टिविटी बढ़ेगी, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और जिले की प्रगति को गति मिलेगी।”
राज्यसभा सांसद आरपीएन सिंह और स्थानीय विधायक पीएन पाठक ने भी इस उपलब्धि पर सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी और जल्द ही उड़ानें शुरू होने की बात कही।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और अब तक की यात्रा
भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली के रूप में प्रसिद्ध कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन 20 अक्टूबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। उद्घाटन के समय श्रीलंका के राष्ट्रपति और उनके 125 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की उपस्थिति ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया था।
हालांकि उद्घाटन के बाद से यहां उड़ानों की नियमित शुरुआत नहीं हो सकी। कुछ समय के लिए दिल्ली की फ्लाइट शुरू हुई लेकिन तकनीकी कारणों से बंद हो गई। 2022 में वियतनाम से बौद्ध भिक्षुओं की एक अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट आई थी, जो अब तक की अंतिम अंतरराष्ट्रीय उड़ान रही है।
लंबे संघर्ष के बाद मिली मंजूरी
इस हवाई अड्डे के निर्माण की घोषणा सबसे पहले वर्ष 2008 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने की थी। इसके बाद वर्षों तक निर्माण कार्य जमीन अधिग्रहण और अन्य बाधाओं के कारण रुका रहा। बाद में अखिलेश यादव सरकार ने प्रयास किए और अंततः योगी आदित्यनाथ सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए निर्माण कार्य को पूरा कराया।
अब उड़ानों के संचालन की उम्मीद
DGCA से मिली यह नई स्वीकृति कुशीनगर हवाई अड्डे के भविष्य के लिए आशाजनक संकेत है। अब यहां से देश के विभिन्न हिस्सों के लिए नियमित उड़ानें शुरू होने की उम्मीद की जा रही है। इससे न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि जनपद की आर्थिक और सामाजिक प्रगति भी तेज होगी।