Help: कैंसर और दुर्घटना ने तोड़ा परिवार, सीएम योगी से मदद की गुहार
Help: पड़रौना तहसील के ग्रामसभा खजुरिया निवासी 58 वर्षीय नागेंद्र गुप्ता और उनके परिवार पर विपत्तियों का पहाड़ टूट पड़ा है।
कैंसर से जूझ रहे नागेंद्र का इलाज वाराणसी के बीएचयू अस्पताल में चल रहा है, लेकिन आर्थिक तंगी ने उनके परिवार को असहाय बना दिया है।
परिवार की हालत इतनी दयनीय हो चुकी है कि अब इलाज जारी रखना भी मुश्किल हो गया है।नागेंद्र गुप्ता परिवार के इकलौते कमाने वाले सदस्य थे।
कैंसर की बीमारी ने उन्हें पहले ही काम करने में असमर्थ कर दिया। ऐसे में उनके बेटे प्रदीप ने परिवार की जिम्मेदारी संभालने की कोशिश शुरू की थी, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।
एक सड़क दुर्घटना में प्रदीप गंभीर रूप से घायल हो गया। उसके पैर तीन जगह से टूट गए और सिर में गहरी चोट के कारण वह कोमा में चला गया।
पिता और पुत्र की गंभीर हालत ने परिवार को आर्थिक और मानसिक रूप से तोड़ दिया है। इलाज में अब तक लाखों रुपये खर्च हो चुके हैं, जिसके लिए परिवार को अपनी जमीन तक बंधक रखनी पड़ी।
रिश्तेदारों से मिली थोड़ी-बहुत मदद भी नाकाफी साबित हुई। अब परिवार के पास वाराणसी जाकर इलाज कराने के लिए किराए तक के पैसे नहीं हैं।
कर्ज के बोझ तले दबा परिवार
कर्ज के बोझ तले दबा यह परिवार पूरी तरह असहाय हो चुका है।इस संकट की घड़ी में नागेंद्र गुप्ता के परिवार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आर्थिक सहायता की गुहार लगाई है।
परिवार की उम्मीद है कि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से मिलने वाली मदद से नागेंद्र और प्रदीप का इलाज समय पर हो सकेगा और उनके जीवन को बचाया जा सकेगा।
नागेंद्र की पत्नी ने भावुक होकर कहा, “हमारे पास अब कोई रास्ता नहीं बचा।
सरकार की मदद ही हमारी आखिरी उम्मीद है। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन से इस परिवार की मदद के लिए त्वरित कदम उठाने की अपील की है।