Health Insurance हर व्‍यक्ति अपनी हेल्‍थ पॉलिसी को पोर्ट कर रहा है क्‍या आपको भी ऐसा करना चाहिये

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Health Insurance हर व्‍यक्ति अपनी हेल्‍थ पॉलिसी को पोर्ट कर रहा है क्‍या आपको भी ऐसा करना चाहिये

आप जब भी किसी उत्पाद या सेवा में निवेश करते हैं, तब सुनिश्चित करते हैं

कि वह लंबी अवधि में अधिकतम लाभ प्रदान करे। लंबी अवधि के लिये लाभ को अधिकतम बनाने में शामिल है

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तात्कालिक फायदे से आगे की सोचना; मतलब ऐसा मूल्य चुना, जो टिका रहे

और भविष्य में भी लाभ देता रहे। यह दृष्टिकोण न सिर्फ हमारे

आम वित्तीय निवेशों पर, बल्कि स्वास्थ्य बीमा पर भी लागू होता है।

आज की दुनिया में जब इलाज का खर्च बढ़ता जा रहा है, स्‍वास्‍थ्‍य बीमा में निवेश करना एक जरूरत है।

इसके अलावा, कोविड-19 के प्रकोप ने स्‍वास्‍थ्‍य बीमा के महत्व पर जागरूकता पैदा की है और पर्याप्त सुरक्षा, बेहतर

खूबियों तथा सेवाओं की जरूरत समझाई है। इस समझ के चलते कई लोग अपनी पॉलिसी को पोर्ट भी कर रहे हैं।

Health Insurance एक चिकित्सीय आपातकाल में पॉलिसीधारक के लिये तात्कालिक आर्थिक सहयोग का

आश्वासन देता है। हालांकि पॉलिसी की खूबियों में कमी, मूल्य और बीमाकर्ता की सेवाएं

अक्सर पॉलिसीधारक को मुश्किल हालात में डाल देते हैं। ऐसे में हेल्‍थ इंश्‍योरेंस पोर्टेबिलिटी बचाव का काम करती है।

इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (आईआरडीएआई) ने 2011 में ऐसे लोगों के लिये

Health Insurance पोर्टेबिलिटी पेश की थी, जो अपने बीमाकर्ता द्वारा प्रदत्त सेवा या सुरक्षा से संतुष्ट नहीं थे।

Health Insurance पोर्टेबिलिटी के साथ आप पॉलिसी के मौजूदा लाभों से वंचित हुए बिना आसानी से पॉलिसी को

एक बीमाकर्ता से दूसरे को शिफ्ट कर सकते हैं। बाजार में उपलब्‍ध स्‍वास्‍थ्‍य बीमा के

कई विकल्‍पों को देखते हुए,सर्वश्रेष्ठ पॉलिसी को चुनना एक कठिन काम हो सकता है।

आपको नये बीमाकर्ता के साथ तभी पोर्ट करना चाहिये, जब नई पॉलिसी आकर्षक लाभ दे और स्वास्थ्य की उन जरूरतों

को पूरा कर सके, जिन्हें मौजूद पॉलिसी पूरा नहीं कर सकती है।

नई पॉलिसी की बीमित राशि में मौजूद पॉलिसी का बोनस जोड़ देने से नई पॉलिसी का महत्व बढ़ सकता है।

इस लेख में स्‍वास्‍थ्‍य बीमा की पोर्टिंग के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं का गहराई से पता लगाया गया है।

Health Insurance को कैसे पोर्ट करें?

हेल्‍थ इंश्‍योरेंस को पोर्ट करते समय आपको सुनिश्चित करना चाहिये कि आपके प्लान में इन्डेम्निटी (क्षतिपूर्ति) कवर हो,

जिसमें एक पक्ष दूसरे के व्यय हुए नुकसान के लिये मुआवजा दे। इसके अलावा, आपको मौजूदा पॉलिसी की समाप्ति के

कम से कम 45 दिन पहले पॉलिसी पोर्टिंग के बारे में मौजूदा बीमा कंपनी को बताना चाहिये।

ज्यादातर बीमा पॉलिसी नवीकरण के समय पॉलिसीधारकों को अपनी Health Insurance पॉलिसी पोर्ट करने की अनुमति देते हैं।

अगर आपकी मौजूदा हेल्‍थ इंश्‍योरेंस पॉलिसी की आवश्यक प्रतीक्षा अवधि पूरी हो चुकी है,

तो आप पॉलिसी को पोर्ट कर सकते हैं। कुछ बीमा प्रदाता पॉलिसीधारकों को Health Insurance पॉलिसी पोर्ट करने

की अनुमति देते हैं, अगर उन्होंने एक विशेष अवधि के दौरान कोई दावा न किया हो।

पॉलिसी को पोर्ट करने के लिये आपके चयनित बीमा प्रदाता द्वारा समान प्रकार की सुरक्षा दी जानी चाहिये।

इंश्‍योरेंस पॉलिसी को पोर्ट करने के चरण

  •  आईआरडीए पोर्टेबिलिटी फॉर्म भरें, यह आपकी पॉलिसी के नवीकरण से पहले किया जा सकता है।
  • नये बीमाकर्ता से संपर्क करें, जिससे आप जुड़ना चाहते हैं। फिर आप विभिन्न प्रकार के हेल्‍थ प्‍लान्‍स को साझा करेंगे।
  •  एक प्‍लान चुनें और जरूरी दस्‍तावेज प्रस्‍तुत करें। फिर वे मेडिकल रिकॉर्ड के लिये आपके पिछले बीमाकर्ता से संपर्क करेंगे।
  •  आपके द्वारा इंश्‍योरेंस पोर्टेबिलिटी फॉर्म समेत सभी जरूरी दस्‍तावेज प्रस्‍तुत करने के बाद आपके नये बीमाकर्ता को 15 दिनों के भीतर प्रस्ताव स्वीकार करना होगा।
  •  प्रस्ताव स्वीकार होने के बाद आपको नई पॉलिसी के प्रीमियम का भुगतान करना होगा।

क्‍या आपको अपना Health Insuranceपोर्ट करना चाहिये?

Health Insurance को पोर्ट करने के कई फायदे और नुकसान होते हैं।

सकारात्मक तरीके से, हेल्‍थ इंश्‍योरेंस को पोर्ट करने का एक बड़ा फायदा है

प्रतिस्पर्द्धी दामों पर ज्यादा सुरक्षा जोड़कर और बेहतर

खूबियाँ लेकर अपने प्लान को अपग्रेड करने की योग्‍यता।

यह विकल्प कस्टमाइजेशन की अनुमति देता है और सुनिश्चित करता है

कि आपका हेल्‍थ इंश्‍योरेंस प्‍लान आपकी ही आवश्यकताओं के अनुरूप हो।

इसके अलावा, पोर्टिंग की प्रक्रिया में आपके मौजूदा प्लान के सभी फायदे वैसे ही बने रहेंगे।

हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पोर्टेबिलिटी के विकल्प

आमतौर पर नवीनीकरण की तारीख आने के साथ

उपलब्ध होते हैं और आपके पास बदलाव के लिये सीमित समय होता है।

इसके अलावा, अतिरिक्त फायदों वाला एक नया प्लान चुनते समय यह देखना महत्वपूर्ण है

कि यह फायदे प्रीमियम को बढ़ा सकते हैं। फिर,

अगर आप ग्रुप प्‍लान्‍स से इंडिविजुअल प्‍लान्‍स में जा रहे हैं,

तो मौजूदा प्लान में आप जिन फायदों का लाभ उठा रहे हैं, वो खो सकते हैं।

निष्कर्ष

हेल्‍थ इंश्‍योरेंस पोर्टेबिलिटी को लेकर कई तर्क हैं,

लेकिन पोर्टेबिलिटी की जरूरत को सावधानी से समझना महत्वपूर्ण

होता है। आपको बीमा कंपनियों के बीच अंतर

वाले हामीदारी के नियम, योजना के बहिष्करण,

नियम और शर्तें देखनी चाहिये। नई पोर्ट हुई बीमा योजना से जुड़े

नये नियमों और शर्तों को समझना भी जरूरी है।

सूचित फैसले लेकर और संभावित फायदों तथा कमियों को

समझकर आप स्‍वास्‍थ्‍य बीमा से मिल सकने वाली

अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं और

सर्वश्रेष्‍ठ संभव खूबियां तथा सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं।

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Ajay Sharmahttps://computersjagat.com
Indian Journalist. Resident of Kushinagar district (UP). Editor in Chief of Computer Jagat daily and fortnightly newspaper. Contact via mail computerjagat.news@gmail.com

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