youtube studio को हाई-फाई प्रोडक्शन हाउस बनाने की लालच में गुरुजी ने दिया था घटना को अंजाम, जानें पूरा मामला
youtube studio: भोजपुरी डिस्को चैनल को हाई-फाई बनाने के चक्कर में डांस टीचर ने
अपने शिष्यों के संग मिलकर ही लूट की घटना को अंजाम दे दिया.
जिसके बाद पीड़ित के मुकदमा दर्ज कराने के बाद पुलिस ने आरोपित पांचों
यूट्यूबरो को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.
पुलिस ने उनके पास से लूटा हुआ वीडियो कैमरा और अन्य सामग्री भी बरामद किया है.
यूट्यूब (youtube studio) पर अपना चैनल चलाने वाले युवक ने खुद का
प्रोडक्शन हाउस बनाने के लिए डांस सीखने वाले अपने छात्रों के साथ मिलकर
लूट की घटना को अंजाम दिया था. पुलिस के अनुसार यूट्यूब पर
भोजपुरी डिस्को चैनल चलाने वाला डांस टीचर ही इस टीम का सरगना है.
टीचर ही निकला टीम का सरगना
एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने बताया कि 28 मार्च को गोरखपुर के
खोराबार थाना क्षेत्र में दो युवकों के साथ लूट की घटना हुई थी.
जिसमें बदमाशों ने उनके महंगें कैमरे और लेंस भी लूट लिए थे.
इस गैंग का मुख्य सरगना देवरिया के महुआडीह इलाके का रहने वाला सुशील पासवान है,
जो डांस क्लास चलाता है और उसने यूट्यूब पर भोजपुरी डिस्को चैनल भी बनाया है
और चैनल पर डांस का वीडियो भी डालता रहता है.
एसएसपी ने बताया कि गाजीपुर के बहरियाबाद थाना क्षेत्र स्थित हुयूजपूर
निवासी दीपक यादव शादियाबाद के मर्दानपुर गांव निवासी
सचिन यादव गाना की शूटिंग करते हैं और दोनों वाराणसी में रहते हैं.
जानें पूरा मामला
यूट्यूब पर भोजपुरी चैनल चलाने वाले देवरिया जिले की महुआडीह थाना क्षेत्र स्थित
सिमरिया निवासी सुशील पासवान को गिरफ्तार कर पूछताछ में पता चला कि
वह डांस क्लास चलाता है. और उसे खुद के प्रोडक्शन हाउस खोलने के लिए
वीडियो कैमरा और अन्य उपकरणों की सख्त जरूरत थी.
जिसके लिए उसने लूट की घटना को अंजाम दिया था. पूछताछ में उसने बताया कि
यूट्यूब की कमाई कम थी और उसके विवर्श भी कम थें.
जिसे बढ़ाने के लिए उसे हाई-फाई स्टूडियो और कैमरे की जरूरत थी.
जिसे पूरा करने के लिए उसने एक प्लान के तहत फेसबुक से शूटिंग का काम करने वाले
बनारस निवासी दीपक यादव का नंबर उसने निकाला
पुलिस ने सभी आरोपियों को किया गिरफ्तार
दीपक को कॉल करके उन्हें शूटिंग के लिए बुक किया और बनारस से गोरखपुर बुलाया.
21 मार्च को जब दीपक अपने साथी सचिन यादव के साथ गोरखपुर रेलवे स्टेशन पहुंचा
तो प्लान के तहत उसने अपने साथी रंजीत को वहां लगाया था.
रंजीत ने अपनी बाइक से बनारस से गोरखपुर आए दीपक और सचिन को लेकर
कुशीनगर लखनऊ फोरलेन पर पहुंचा. रंजीत दोनों को लेकर जंगल चौरी लोनिया टोला के सामने
आया. जहां पहले से ही मौजूद सुशील नहीं अपनी टीम के साथ मिलकर तमंचा दिखाकर
दीपक और सचिन का सामान लूट लिया. जिसमे महंगें कैमरे और लेंस भी थे.
फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
इनके पास से पुलिस ने 315 बोर का तमंचा, एक रिवाल्वर, 9 जिंदा कारतूस बरामद किया है. इसके
साथ ही पुलिस ने लुटे हुए कैमरा 5D मार्क ,4 लेंस समेत और कई सामान भी बरामद किया है.