Murder: पीयूष और मनीषा कैसे पहुंचे थे सलाखों के पीछे, पढ़ें- पुलिस के खास सुबूतों की लिस्ट
Murder: कानपुर शहर में आठ साल पहले ज्योति हत्याकांड का राजफाश पुलिस के लिए
किसी चुनौती से कम नहीं था। पुलिस ने सुबूतों की कड़ियां जोड़नी शुरू
की और सुबूत जुटाकर पीयूष और उसकी प्रेमिका मनीषा मखीजा समेत आरोपितों को सलाखों के पीछे पहुंचाया।
हत्या और उसकी साजिश की सभी पुख्ता सुबूतों के साथ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी।
ज्योति, पीयूष और मनीषा की काल डिटेल बनें अहम तथ्य
आठ साल पहले पुलिस सबसे पहले ज्योति के पति पीयूष के मोबाइल नंबर 9956353535 की काल डिटेल से पुलिस
पान मसाला कारोबारी की बेटी मनीषा तक पहुंची। साथ ही एक महिला कर्मचारी की भी जानकारी पुलिस को हुई।
दोनों से पूछताछ में पुलिस को पीयूष के दूसरे मोबाइल नंबर 8090766853 की जानकारी हुई।
पुलिस ने इसकी काल डिटेल निकाली तो हत्या की साजिश का राजफाश हो गया।
मनीषा पांच मोबाइल नंबर प्रयोग करती थी जिसमें एक नंबर 8090766837 का सिम पीयूष ने उसे दिया था
जो फर्जी आइडी से लिया गया था। इन्हीं दोनों नंबरों से वह बात करते थे।
चार्जशीट में दर्शाया कब किससे हुई बात
पुलिस ने चार्जशीट में 27 जुलाई 2014 को पीयूष, मनीषा मखीजा, अवधेश, रेनू, आशीष के बीच हुई
बातचीत को सिलसिलेवार क्रम में जोड़ा जिससे हत्या की साजिश की कड़ी जुड़ती चली गई।
चार्जशीट के मुताबिक पीयूष का दूसरा मोबाइल वारदात के दिन
सुबह 10:11 बजे से रात 10.56 बजे तक आन रहा था। पीयूष ने शाम को 7:49 बजे अवधेश से बात की थी।
जिसके तुरंत बाद उसने शाम 7.50 बजे मनीषा से 1236 सेकेंड बात की।
पीयूष ने रात 9.05 बजे अवधेश से बात की और इसके बाद 9.09 पर फिर मनीषा से बात की।
वारदात से ठीक पहले रात 9:55 बजे फिर अवधेश से 16 सेकेंड बात की। 9:56 बजे मनीषा से 776 सेकेंड बात की।
अवधेश से रात 9:05 बजे बात करने के बाद पीयूष ज्योति को लेकर घर से निकला था।
घटना से कुछ देर पहले रेनू के मोबाइल नंबर से आशीष को फोन किया गया था।
दोनों की लोकेशन वीआइपी रोड पर मिली थी। इसी दौरान सोनू ने आशीष को काल किया।
सोनू की लोकेशन कंपनी बाग से रावतपुर रोड पर मिली थी। वह पीयूष की गाड़ी पर नजर रखने के लिए वहां खड़ा था।
पुलिस ने सभी की काल डिटेल निकाली जिसके बाद हत्या की साजिश की कड़ी से कड़ी जुड़ती चली गई।
पुलिस की चार्जशीट के अहम तथ्य
चार्जशीट के मुताबिक पीयूष वारदात के दिन ज्योति को वरांडा होटल ले गया था
जहां खाना खाते समय ज्योति से झगड़ा करने लगा। ज्योति को जान से मारने की धमकी दी थी।
इसके बाद फोन पर बात करते हुए बाहर चला गया। 10 मिनट बाद वापस लौटा।
वरांडा होटल के कर्मचारी संजय खान और मानिक चक्रवर्ती को गवाह बनाते हुए सीसीटीवी कैमरे की फुटेज दाखिल की गई
हत्याकांड से पहले ज्योति आखिरी बार पति पीयूष के साथ थी।
जिसके सबूत के रूप में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज दाखिल की है।
चार्जशीट में दाखिल किए गए थे यह सबूत
-मनीषा का ब्लैक बैरी मोबाइल पीयूष से हुआ था बरामद
-हत्यारोपी रेनू, सोनू द्वारा खून से सने हाथ को पोछने वाले सफेद चेकदार रुमाल
-हत्यारोपी पीयूष की वारदात के समय पहनी गई टी-शर्ट
-पोस्टमार्टम से मिले मृतका के खून से सने कपड़े, नाखून में फंसा बाल
-वारदात में यूज की गई बाइक
-सोनू और रेनू से बरामद खून से सने कपड़े
-अभियुक्त अवधेश का सैमसंग मोबाइल, रेनू का सैमसंग मोबाइल, आशीष का माइक्रोमैक्स मोबाइल
-ज्योति की डायरी
-कार होंडा एकार्ड में आगे की बाई सीट के पास से काटन से मिला ब्लड सैंपल
-ड्राइवर के पीछे की सीट से काटन से मिला ब्लड सैंपल
-एक सफेद रूमाल खून से सना मिला
-कार की पिछली सीट पर मिले हेयर सैंपल
-ड्राइवर के पीछे की सीट पर मिले बैग से बरामद तीन चाकू
-खून से सनी लेडीज सैंडिल
-एक एफपीटी कार्ड पर पांच फिंगर प्रिंट
-वरांडा होटल की सीसीटीवी फुटेज
-माल की सीसीटीवी फुटेज
-बरामद आलाकत्ल (चाकू)
-ज्योति की तीन अंगूठी, दो कान की बाली
-होंडा एकार्ड की चाभी
-होंडा एकार्ड की घटना स्थल पर ली गई फोटोग्राफ
-ज्योति के फोटोग्राफ