Jackal: पागल सियार के हमले से पांच लोग घायल,गांव में दहशत
Jackal: कुशीनगर जनपद के हनुमानगंज थाना क्षेत्र के ग्राम बोधी छपरा (एडीओ टोला) में मंगलवार शाम 6 बजे एक पागल सियार के हमले से गांव में दहशत फैल गई। कुछ ही घंटों में सियार ने अलग-अलग जगहों पर हमला कर एक महिला समेत पांच लोगों को काटकर घायल कर दिया। लगातार हमलों से गांव में अफरा-तफरी मच गई, और ग्रामीण खौफ के साये में हैं।
घर से खेत तक हमला
सियार ने गांव में घरों से लेकर खेतों तक आतंक मचाया। सबसे पहले गांव के भूलना के 10 वर्षीय बेटे अखिलेश पर हमला हुआ, जो अपने घर के दरवाजे पर खेल रहा था। सियार ने अचानक झपट्टा मारकर उसे काट लिया। चीख-पुकार सुनकर लोग जुटे, लेकिन सियार भाग निकला। इसके बाद 7 वर्षीय मुन्ना, जो अपने दरवाजे पर था, सियार का शिकार बना।
घटना यहीं नहीं रुकी
गांव के बाहर पुल के पास बकरियां चरा रही हजरुन (32 वर्ष), पत्नी मुसाहब, पर सियार ने दौड़कर हमला किया। उसे बचाने दौड़े मोनू (20 वर्ष), पुत्र राजेंद्र, को भी सियार ने काट लिया। इसी बीच खेत में काम कर रहे चंदन (18 वर्ष), पुत्र त्रिलोकी कन्नौजिया, पर पीछे से झपट्टा मारकर सियार ने हमला किया।
गांव में दहशत का माहौल
लगातार हमलों से गांव में दहशत फैल गई। महिलाओं और बच्चों ने घरों के दरवाजे बंद कर लिए, जबकि पुरुष लाठी-डंडे लेकर सियार को भगाने निकले। ग्रामीणों ने शोर मचाकर और दौड़ाकर सियार को खदेड़ा, लेकिन तब तक पांच लोग घायल हो चुके थे। ग्रामीणों का कहना है कि सियार का व्यवहार असामान्य है, और संभवतः वह पागल हो चुका है।
घायलों का इलाज जारी
सभी घायलों को तत्काल नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तर्कहा ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने घायलों की स्थिति स्थिर बताई है, लेकिन ग्रामीणों में डर बना हुआ है।
ग्रामीणों की मांग: वन विभाग तुरंत कदम उठाए
ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर समय रहते इस पागल सियार को पकड़ा या नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। ग्रामीणों ने वन विभाग से गांव में सर्च ऑपरेशन चलाने और सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की है।
वन विभाग की प्रतिक्रिया
वन विभाग की टीम को सूचना दी गई है, और उनकी ओर से जांच शुरू कर दी गई है। वन रेंजर ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह सियार का हमला प्रतीत होता है, और इसकी पुष्टि के लिए मौके पर कांबिंग की जाएगी। ग्रामीणों को सतर्क रहने और झुंड में काम करने की सलाह दी गई है।