Illegal hospital: अवैध अस्पताल में लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत, डॉक्टर हिरासत में
Illegal hospital: कुशीनगर जनपद के खड्डा नगर में महराणा प्रताप चौक पर संचालित विब्रान्त हॉस्पिटल में चिकित्सकीय लापरवाही का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
यहां 25 वर्षीय आसमा खातून और उनके नवजात शिशु की ऑपरेशन के बाद मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि बिना पंजीकरण के चल रहे इस अस्पताल में डॉक्टरों ने लापरवाही बरती और मां-बच्चे की मौत के बाद भी उन्हें 10 घंटे तक जीवित बताकर एंबुलेंस में घुमाया।
घटना का विवरण
हनुमानगंज थाना क्षेत्र के रामपुर जंगल गांव की निवासी आसमा खातून को शुक्रवार रात प्रसव पीड़ा के बाद विब्रान्त हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। रात करीब 11 बजे ऑपरेशन हुआ, जिसके बाद डॉक्टरों ने परिजनों को आश्वासन दिया कि मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
हालांकि, कुछ देर बाद अस्पताल कर्मियों का व्यवहार बदल गया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने इलाज के नाम पर पैसे मांगे और ब्लड की आवश्यकता बताकर टालमटोल की।
जब आसमा की हालत बिगड़ी, तो अस्पताल स्टाफ ने उन्हें गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर करने की बात कही।हैरानी की बात यह है कि ऑपरेशन के तुरंत बाद ही आसमा और उनके नवजात की मौत हो चुकी थी, लेकिन डॉक्टर सैयद ने दोनों को जीवित बताकर शव को 10 घंटे तक एंबुलेंस में घुमाया।
परिजनों के सवाल उठाने पर डॉक्टर भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
अवैध अस्पताल का खुलासा
पुलिस जांच में पता चला कि विब्रान्त हॉस्पिटल बिना पंजीकरण और प्रशिक्षित डॉक्टरों के अवैध रूप से संचालित हो रहा था।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी सामने आई है, क्योंकि यह अस्पताल लंबे समय से बिना किसी रोक-टोक के चल रहा था। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए हैं।
परिजनों की मांग और प्रशासन की कार्रवाई
शोक में डूबे परिजनों ने डॉक्टर सैयद और अस्पताल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और अस्पताल को सील करने की प्रक्रिया चल रही है। प्रशासन ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।