Exposure:प्रेमी की लाश के साथ पति के पीछे बाइक पर बैठी रही प्रेमिका, हैरतंगेज वारदात का ऐसे हुआ खुलासा..
exposure: गोरखपुर में एक शादीशुदा महिला ने अपने प्रेमी को घर बुलाया फिर पति के साथ मिल कर
उसकी हत्या कर दी। महिला, आधी रात को प्रेमी का शव लेकर पति के पीछे बाइक पर बैठी और शव को सात
किलोमीटर दूर सहजनवा इलाके में रेग्युलेटर के पास फेंक आई।
पुलिस ने पति-पत्नी को गिरफ्तार कर इस हैरतंगेज वारदात का खुलासा कर दिया है।
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि 14 दिसम्बर को सहजनवां क्षेत्र के माडर रेग्युलेटर के पास बंधे के किनारे बोरे
में एक युवक की लाश मिली थी। चरवाहों ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी।
अगले दिन उसकी शिनाख्त खोराबार के लालपुर टीकर गांव के छावनी टोला निवासी मुन्ना कुमार (28) के रूप में हुई।
जांच में हत्या के पीछे आशनाई का मामला सामने आया। जांच में पता चला कि वह पीपीगंज के बेलघाट बुजुर्ग गांव
निवासी राहुल शर्मा के घर अक्सर जाता था। राहुल की पत्नी का मायका मुन्ना के गांव में है जिससे उसकी निकटता थी।
वह राहुल की पत्नी से मिलने अक्सर उसकी ससुराल जाता था। वहां उसे अपनी मुंहबोली बहन बताता था।
राहुल शर्मा कारपेंटर का काम करता है वह बाहर रहता था। दिवाली में राहुल घर आया तब उसे मुन्ना के बारे में पता
चला। इसको लेकर राहुल का पत्नी सीता से विवाद हुआ। कलह बढ़ने पर दोनों ने मुन्ना का रास्ते से हटाने की
योजना बनाई। महिला ने 12 दिसम्बर को मुन्ना को अपने घर पीपीगंज के बेलघाट में बुलाया।
तय प्लान के मुताबिक राहुल ने उसे खूब दारू पिलाई और जब वह नशे में
धुत्त हो गया तब उसके सिर पर प्रहार कर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस की गश्त से विवेक हत्याकांड में तुरंत दबोच गए थे आरोपित
शहर के चर्चित विवेक हत्याकांड के आरोपित इसलिए कुछ ही घंटे में दबोच लिए गए थे
क्योंकि उस समय पुलिस गश्त पर थी। कैंट के इंजीनियरिंग कालेज इलाके में पांच साल पहले विवेक सिंह की हत्या हुई
थी। यह हत्या विवेक की पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर कराई थी।
सर्दी की आधी रात में हत्या करने के बाद आरोपितों को इसे दुर्घटना का रूप देना था।
पुलिस की सक्रियता से पकड़ लिए गए थे। पुलिस उस समय कितना सक्रिय थी, इसी से अंदाजा लगाया जा सकता था
कि हत्यारोपित एक कार से गए थे। कार उन्होंने विवेक के घर से कुछ दूरी पर खड़ी की थी।
कार में एक व्यक्ति को रोककर मुख्य आरोपित डब्लू सिंह अपने दो अन्य साथियों के साथ विवेक के घर में दाखिल
हुआ था। हत्या के बाद वह विवेक का शव बोरे में भरकर उसी की बाइक से लेकर निकले थे।
उन्हें शव और बाइक दोनों हाईवे पर फेंकना था जिससे दुर्घटना नजर आए लेकिन
इससे पहले डायल 112 नम्बर की पुलिस ने कार वाले को आधी रात में सड़क के किनारे
खड़ी करने पर टोका। फिर बाइक वालों को भी पकड़ लिया था।
24 घंटे तक घर में छिपाए रखा शव, रात में की रेकी
एसएसपी ने बताया कि 12 दिसम्बर की रात में मुन्ना की हत्या कर दी गई थी लेकिन
उन्होंने शव को ठिकाने लगाने के बारे में नहीं सोचा था। ऐसे में शव को घर में 24 घंटे तक छिपाए रखे।
13 दिसम्बर को दिन में उन्होंने शव फेंकने के लिए सुनसान स्थान की रेकी की।
जिसके बाद 13 दिसम्बर की रात में नौ बजे के बाद बोरे में शव को भर कर घर से सात किमी दूर ले जाकर बंधे के
किनारे फेंक आए। वहीं मोबाइल व जूता पन्नी में बांधकर सिसई घाट से राप्ती नदी में फेंक दिया।
सात किमी रास्ते में कैमरे और पिकेट की जांच
एसएसपी ने बताया कि शव को बाइक के बीच में रखा था। बाइक राहुल शर्मा चला रहा था।
उसकी पत्नी शव भरा बोरा पकड़कर बाइक पर पीछे बैठी थी। उनके घर से सात किमी दूर जहां शव फेंका गया है
उसके बीच की फुटेज तलाशी जा रही है। एक जगह लगे एक कैमरे की फुटेज मिली है जिसमें यह जाते दिख रहे हैं।
फुटेज और साफ किया जा रहा है। जिस रास्ते वह गए हैं वह काफी सुनसान है।
लिहाजा इस रास्ते पर पुलिस पिकेट या गश्त थी कि नहीं इसकी जांच की जा रही है।