PM-KMY: किसानों को मिलती है हर महीने पेंशन! लेकिन कैसे? जानिए पूरी आवेदन प्रक्रिया

Date:

spot_img
spot_img

Date:

spot_img
spot_img

PM-KMY: किसानों को मिलती है हर महीने पेंशन! लेकिन कैसे? जानिए पूरी आवेदन प्रक्रिया

PM-KMY: देश की बड़ी आबादी किसान समुदाय से आती है, लेकिन उम्र बढ़ने के साथ खेती में मेहनत और आय दोनों कम होने लगते हैं।

ऐसे में बुढ़ापे में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना शुरू की है।

- Advertisement -
- Advertisement -

यह योजना विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों के लिए डिज़ाइन की गई है, ताकि उन्हें 60 वर्ष की आयु के बाद हर महीने पेंशन के रूप में आर्थिक सहारा मिल सके। आइए जानते हैं इस योजना की पूरी जानकारी।

कितनी मिलती है पेंशन?

प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के तहत पात्र किसानों को 60 वर्ष की आयु पूरी होने पर 3,000 रुपये मासिक पेंशन दी जाती है।

यानी, सालाना 36,000 रुपये की निश्चित राशि किसानों को मिलती है। यह पेंशन बुढ़ापे में किसानों की आर्थिक चिंताओं को कम करने और जीवनयापन में सहायता प्रदान करने के लिए है।

इस योजना में शामिल होने के लिए किसानों को अपनी उम्र के आधार पर मासिक 55 रुपये से 200 रुपये तक का प्रीमियम जमा करना होता है। सरकार भी किसान के बराबर राशि का योगदान देती है, जिससे पेंशन का कोष तैयार होता है।

कौन कर सकता है आवेदन?

इस योजना का लाभ छोटे और सीमांत किसानों को मिलता है, जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम कृषि भूमि है। इसके अलावा, आवेदक की उम्र 18 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए।

योजना में शामिल होने के लिए कुछ शर्तें पूरी करनी होती हैं, जैसे कि किसान अन्य पेंशन योजनाओं (जैसे NPS, EPF, या ESIC) का लाभ न ले रहा हो।

आवेदन की प्रक्रिया

  • कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाएं: किसान को अपने आधार कार्ड, बैंक पासबुक, और आयु प्रमाण पत्र के साथ नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर पर जाना होगा।
  • आधार आधारित रजिस्ट्रेशन: CSC पर किसान का आधार आधारित पंजीकरण किया जाता है।
  • प्रीमियम जमा करें: किसान को अपनी उम्र के आधार पर हर महीने 55 रुपये से 200 रुपये तक की राशि जमा करनी होती है। जितनी जल्दी योजना में शामिल होंगे, प्रीमियम की राशि उतनी ही कम होगी।
  • सरकारी योगदान: सरकार भी किसान के बराबर राशि जमा करती है, जिससे पेंशन कोष मजबूत होता है।
  • पेंशन शुरू: 60 वर्ष की आयु पूरी होने पर किसान को हर महीने 3,000 रुपये की पेंशन मिलने लगती है।

योजना की खासियत

  • छोटे और सीमांत किसानों के लिए: यह योजना उन किसानों के लिए वरदान है, जिनके पास सीमित संसाधन हैं।
  • कम प्रीमियम, अधिक लाभ: कम मासिक योगदान के साथ बुढ़ापे में नियमित आय सुनिश्चित होती है।
  • सरकारी सहयोग: सरकार का बराबर योगदान पेंशन कोष को और मजबूत करता है।
  • पारदर्शी प्रक्रिया: आधार आधारित रजिस्ट्रेशन से प्रक्रिया आसान और सुरक्षित है।

क्यों जरूरी है यह योजना?

देश में लाखों छोटे और सीमांत किसान बुढ़ापे में आर्थिक तंगी का सामना करते हैं। खेती से होने वाली आय उम्र के साथ कम होती जाती है, और ऐसे में यह योजना उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने में मदद करती है।

यह योजना न केवल आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है, बल्कि किसानों को आत्मनिर्भर और आत्मसम्मान के साथ जीने का अवसर भी देती है।

अधिक जानकारी के लिए: किसान अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर या कृषि विभाग के कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।

 

Share This:
Ajay Sharmahttps://computersjagat.com
Indian Journalist. Resident of Kushinagar district (UP). Editor in Chief of Computer Jagat daily and fortnightly newspaper. Contact via mail computerjagat.news@gmail.com

Most Popular

More like this
Related