Formation:आगरा सिविल एयरपोर्ट फेज-2: पर्यावरण मंजूरी के लिए 6 सदस्यीय समिति गठित

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Formation:आगरा सिविल एयरपोर्ट फेज-2: पर्यावरण मंजूरी के लिए 6 सदस्यीय समिति गठित

Formation: आगरा सिविल एयरपोर्ट के फेस-2 के लिए पर्यावरण मंजूरी (एनवायरमेंट क्लीयरेंस) प्राप्त करने हेतु ताज ट्रैपेजियम जोन (टीटीजेड) प्राधिकरण के निर्देशानुसार एक छह सदस्यीय समिति का गठन किया गया है।

इस समिति की अध्यक्षता जिलाधिकारी करेंगे और इसमें अपर जिलाधिकारी (भूमि अधिग्रहण), प्रभागीय निदेशक (सामाजिक वानिकी प्रभाग), प्रभारी (केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड), नगर नियोजक/नोडल ऑफिसर (टीटीजेड), क्षेत्रीय अधिकारी (प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) शामिल हैं। समिति में उप महाप्रबंधक (ई-सी), भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, आगरा कॉर्डिनेशन का कार्य करेंगे।

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फेस-2 के प्रमुख कार्य

फेस-2 के तहत निम्नलिखित महत्वपूर्ण कार्य प्रस्तावित हैं:

रनवे विस्तार: 45 मीटर चौड़े रनवे का 800 मीटर तक विस्तार।

टैक्सी ट्रैक: फेस-1 के टैक्सी ट्रैक का 950 मीटर विस्तार और रनवे से जोड़ने वाला अतिरिक्त टैक्सीवे।

एप्रन विस्तार: नौ हवाई जहाजों की पार्किंग के लिए उपयुक्त एप्रन का निर्माण।

लिंक टैक्सीवे: विस्तारित रनवे को जोड़ने वाले अतिरिक्त लिंक टैक्सीवे का निर्माण।

ये कार्य मुख्य रूप से विमान संचालन और सुरक्षा से संबंधित हैं। समिति सर्वोच्च न्यायालय के टीटीजेड क्षेत्र संबंधी आदेशों के अनुरूप परियोजना के विभिन्न पहलुओं का परीक्षण करेगी

जिसमें प्रस्तावित वृक्षों के पातन और उनके पुनरोपण स्थल का निर्धारण शामिल है। समिति को दो सप्ताह के भीतर अपनी संस्तुति टीटीजेड प्राधिकरण को सौंपनी होगी।

फनल एरिया में हाईराइज बिल्डिंग पर प्रतिबंध

आगरा मास्टर प्लान 2031 के अनुसार, विमान टेकऑफ और लैंडिंग के लिए उपयोग होने वाले फनल एरिया में हाईराइज बिल्डिंग्स सहित ऐसे किसी भी निर्माण पर प्रतिबंध है, जो विमान संचालन के लिए उपयुक्त न हो।

सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा ने मास्टर प्लान 2031 की स्वीकृति से पहले फनल एरिया की जरूरतों को ध्यान में रखकर सुझाव दिए थे।

आगरा सिविल एयरपोर्ट: न्यू सिविल एनक्लेव प्रोजेक्ट

आगरा सिविल एयरपोर्ट, जिसे न्यू सिविल एनक्लेव प्रोजेक्ट के रूप में जाना जाता है, दो चरणों में विकसित किया जा रहा है। फेस-1 का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअल रूप से किया जा चुका है।

फेस-2 के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने दिसंबर 2023 में धनौली, बल्हेरा और अभयपुरा गांवों की जमीन उपलब्ध कराई, जो भारतीय वायुसेना बेस की सीमा से सटी है।

प्रदूषण निगरानी तंत्र

टीटीजेड प्राधिकरण द्वारा आगरा में वायु प्रदूषण की निगरानी के लिए छह केंद्र स्थापित हैं, जिनमें संजय प्लेस, शाहजहां गार्डन, रोहता, सेक्टर-3बी, मनोहरपुर और आगरा कैंट शामिल हैं।

हालांकि, वायुसेना बेस जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में प्रदूषण डेटा साझा करने की कोई बाध्यता नहीं है। फेस-2 की मंजूरी के लिए संजय प्लेस के स्वचालित वायु प्रदूषण निगरानी केंद्र के डेटा का उपयोग आधार के रूप में किया जाएगा, जो PM2.5, PM10 जैसे प्रदूषकों और वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) की रियल-टाइम निगरानी करता है।

सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा का योगदान

सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा ने “ताज इंटरनेशनल एयरपोर्ट-आगरा डिजर्व्स इट-जागो आगरा” आंदोलन के तहत इस परियोजना को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। संगठन ने मास्टर प्लान 2031 के लिए सुझाव दिए और परियोजना को पर्यावरणीय और तकनीकी रूप से मजबूत बनाने में सहयोग किया।

संपर्क:

सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा पता: 16/16, लक्ष्मी भवन, मोती लाल नेहरू रोड, घाटिया आजम खान, आगरा-282003यईमेल: amritavidhya.agra@gmail.com फोन: +91-9837820921

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Ajay Sharmahttps://computersjagat.com
Indian Journalist. Resident of Kushinagar district (UP). Editor in Chief of Computer Jagat daily and fortnightly newspaper. Contact via mail computerjagat.news@gmail.com

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