Thermal Power: कंपनी ने थर्मल पावर स्टेशन बंद किया, निवेशकों ने शेयरों से किया किनारा
Thermal Power: राज्य-स्वामित्व वाली एनर्जी कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड ने उत्तर प्रदेश के टांडा थर्मल पावर स्टेशन चरण-I (440 MW, चार यूनिट x 110 MW) को 1 सितंबर 2025 से स्थायी रूप से बंद कर दिया है।
इस फैसले की जानकारी कंपनी ने 4 सितंबर 2025 को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के जरिए दी। गुरुवार को कंपनी के शेयर 1.24% की गिरावट के साथ ₹330.20 पर बंद हुए।
एनटीपीसी के अनुसार, यह कदम पुराने कोयला आधारित प्लांट्स को बंद कर स्वच्छ और हरित ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करने की रणनीति का हिस्सा है।
प्लांट बंद करने का विवरण
सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (CEA) से मंजूरी और सूचना के बाद टांडा थर्मल पावर स्टेशन को बंद किया गया।
इसके परिणामस्वरूप, एनटीपीसी की कुल इंस्टॉल्ड और कमर्शियल पावर क्षमता अब 82,926 MW रह गई है। यह कदम कंपनी के सतत ऊर्जा पोर्टफोलियो को मजबूत करने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के प्रयासों के अनुरूप है।
जून 2025 में कंपनी ने 2032 तक 60 गीगावाट (GW) रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता स्थापित करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य भी घोषित किया था।
कोयला खनन व्यवसाय का स्थानांतरण
एनटीपीसी ने अपने कोयला माइनिंग कारोबार को पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एनटीपीसी माइनिंग लिमिटेड (NML) में स्थानांतरित करने के लिए बोर्ड से आंशिक संशोधन को मंजूरी दी है।
यह ट्रांसफर संशोधित बिजनेस ट्रांसफर एग्रीमेंट (BTA) के तहत 30 सितंबर 2025 तक साइन होगा और अनुमोदन के बाद 365 दिनों में पूरा होगा।
इस कदम से कंपनी को स्वच्छ ऊर्जा और कोयला खनन व्यवसाय में रणनीतिक लाभ मिलने की उम्मीद है। इस ट्रांसफर का मूल्य ₹10,503.27 करोड़ आंका गया है।
जून तिमाही के वित्तीय नतीजे
जून 2025 तिमाही में एनटीपीसी का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट ₹4,774 करोड़ रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 5.85% अधिक है।
हालांकि, स्टैंडअलोन ऑपरेशंस से कुल राजस्व ₹42,572 करोड़ रहा, जो Q1FY25 के ₹44,427 करोड़ की तुलना में 4.2% कम है। राजस्व में यह कमी धीमी बिजली मांग और टैरिफ रिवाइजमेंट में देरी के कारण मानी जा रही है।
स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में कदम
एनटीपीसी की यह पहल भारत के नेट-जीरो लक्ष्यों और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। कंपनी का 2032 तक 60 GW रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता का लक्ष्य और कोयला आधारित पुराने प्लांट्स को बंद करने का निर्णय पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। साथ ही, कोयला खनन व्यवसाय को एनटीपीसी माइनिंग लिमिटेड में स्थानांतरित करने से कंपनी को अपने कोर बिजनेस पर फोकस करने और परिचालन दक्षता बढ़ाने में मदद मिलेगी।