फर्जी दस्तावेज़ से बने आधार, खुला खेल बेनकाब – संबंधित कर्मियों पर कार्रवाई
बिहार के मुजफ्फरपुर में डुप्लीकेट जन्म प्रमाणपत्र पर असली आधार कार्ड बनवाने का खेल चल रहा।
आधार कार्ड बनाने में इस तरह के फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद संबंधित आधार केंद्रों के आपरेटरों पर जुर्माना लगाया गया है।
जिले में आधा दर्जन से अधिक केंद्रों पर आधार कार्ड बनाने में गड़बड़ी पकड़ी गई है।
जाली आधार कार्ड को रद्य किया जा रहा है तो कंप्यूटर ऑपरेटरों को शो कॉज किया गया है।
जन्म प्रमाणपत्र की जांच में पता चला
दरअसल स्कूली बच्चों का आधार कार्ड बनवाने को लेकर सभी प्रखंड में दो-दो आधार केंद्र खोले गये थे। इन केंद्रों पर जन्म प्रमाणपत्र के आधार पर बच्चों का आधार कार्ड बनवाया गया।
जन्म प्रमाणपत्र की जांच में पता चला कि वह फर्जी है। जिन केंद्रों पर इस तरह से आधार कार्ड बना, वहां के कंप्यूटर ऑपरेटर पर विभाग की ओर से जुर्माना भी लगाया गया।
इस मामले में आधा दर्जन से अधिक केंद्रों के ऑपरेटरों पर 44 से 50 हजार तक का जुर्माना लगाया गया है। इस खुलासे के बाद जिले में स्कूलों में लगे आधार केंद्रों को तत्काल बंद कर दिया गया है।
इनमें से कुछ ऑपरेटर के द्वारा विभाग की ओर से मिले आईडी पर बाहर भी आधार बनाने की शिकायत मिली, उसके बाद स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।
जिन ऑपरेटर पर जुर्माना लया गया, उनका आईडी भी विभाग की ओर से लॉक कर दिया गया है।
फर्जी जन्म प्रमाणपत्र पर बने आधार रद्द
विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों ने कहा कि असली और नकली जन्म प्रमाणपत्र का पता तुरंत नहीं चलता है।
फर्जी जन्म प्रमाणपत्र पर छपे कोड एक महीने बाद ही धुंधले हो जाते हैं, उसके बाद पता चलता है कि वह सही है या गलत।
जिन लोगों के फर्जी जन्म प्रमाणपत्र पर आधार बना, उनका आधार भी रद्द कर किया गया है।
इस तरह के फर्जी तरीके से बनाए गए आधार कार्ड की जांच-पड़ताल की जा रही है।