PMAY :शहरी क्षेत्र में PM आवास योजना: 200 आवेदनों पर गाज, 430 ने नहीं जमा किए दस्तावेज
PMAY: विहार के मुजफ्फरपुर के शहरी क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत आवेदनों की जांच में बड़ी अनियमितताएं सामने आई हैं।
नगर निगम की जांच में 200 आवेदकों के पास पहले से पक्का मकान होने की बात सामने आई, जिसके बाद उनके आवेदन रद्द कर दिए गए।
वहीं, 430 आवेदक बार-बार नोटिस के बावजूद जरूरी दस्तावेज जमा नहीं कर पाए।
अब नगर निगम ने इन आवेदनों को भी रद्द करने का फैसला लिया है।
973 में सिर्फ 343 आवेदन सही
वर्ष 2023 में तीसरे चरण के लिए नगर निगम ने PMAY के तहत आवेदन मांगे थे। कुल 973 लोगों ने आवेदन जमा किए थे, लेकिन लंबी जांच के बाद सिर्फ 343 आवेदन ही सही पाए गए।
इन पात्र आवेदकों को योजना का लाभ देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
2025 में फिर मांगे गए आवेदन
इस वर्ष जनवरी 2025 में दोबारा आवेदन मांगे गए, जिसमें 1128 लोगों ने आवेदन जमा किए। इन आवेदनों की जांच अभी जारी है।
आवास योजना प्रभारी रोजी मसीह ने बताया कि शहरी क्षेत्र में अब तक इस योजना के तहत 1710 मकान बन चुके हैं।
सभी लाभार्थियों को चारों किस्तों की राशि दी जा चुकी है। हालांकि, कुछ लाभार्थियों को दूसरी और तीसरी किस्त की राशि अभी बाकी है, जो मकान निर्माण पूरा होने के बाद दी जाएगी।
86 लाभार्थियों को नोटिस, होगी कानूनी कार्रवाई
नगर निगम ने उन 86 लाभार्थियों को नोटिस जारी किया है, जिन्होंने पहली और दूसरी किस्त की राशि लेने के बावजूद मकान निर्माण शुरू नहीं किया।
रोजी मसीह ने बताया कि नोटिस के बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं करने वाले लाभार्थियों से दी गई राशि की वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।साथ ही उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
योजना का लाभ लेने वालों पर सख्ती
नगर निगम ने स्पष्ट किया कि PMAY के तहत पात्रता और दस्तावेजों की जांच में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
गलत जानकारी देने या योजना का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आवास योजना की प्रगति
- अब तक 1710 मकान बनाए गए।
- 343 पात्र आवेदकों को जल्द मिलेगा लाभ।
- 1128 नए आवेदनों की जांच जारी।
- गलत आवेदनों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश।
योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को समय पर मकान उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम लगातार प्रयासरत है।