Love affair: अलीगढ़ की सास-दामाद की अनोखी कहानी: रिश्तों की पवित्रता पर सवाल,पुलिस कार्रवाई शुरू
Love affair: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने न केवल परिवारों को झकझोर दिया, बल्कि सामाजिक मान्यताओं और रिश्तों की पवित्रता पर गहरे सवाल खड़े कर दिए।
यह कहानी एक सास और उसके होने वाले दामाद की है, जो घरेलू तनाव, उपेक्षा और गलतफहमियों के चलते एक असामान्य रास्ते पर चल पड़े।
दस दिन तक फरार रहने के बाद पुलिस ने दोनों को बिहार के नेपाल बॉर्डर से हिरासत में लिया, और अब इस मामले ने नई बहस को जन्म दे दिया है।
शादी की तैयारियों के बीच टूटा भरोसा
मामला अलीगढ़ के एक गांव का है, जहां शिवानी नाम की युवती की शादी राहुल के साथ तय हुई थी।
शादी की तारीख 16 अप्रैल निर्धारित थी, और परिवार में तैयारियां जोर-शोर से चल रही थीं।
लेकिन इस बीच, शिवानी की मां और राहुल के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं।
सास का कहना है कि वह राहुल से केवल अपनी मन की बातें साझा करती थीं,
क्योंकि उनके पति उनकी उपेक्षा करते थे और घर में कोई उनकी सुनने वाला नहीं था।
लेकिन शिवानी को यह रिश्ता गलत लगा। उसने अपनी मां और मंगेतर पर शक करना शुरू कर दिया और बात-बात पर ताने देने लगी। इससे घर में तनाव बढ़ता गया।
फरार होने का सनसनीखेज फैसला
घरेलू तनाव और गलतफहमियों का बोझ इतना बढ़ गया कि सास और राहुल ने एक चौंकाने वाला कदम उठाया। दस दिन पहले दोनों अलीगढ़ से फरार हो गए और बिहार के नेपाल बॉर्डर पर जा पहुंचे।
इस घटना ने पूरे परिवार को हिलाकर रख दिया। शिवानी की शादी से ठीक पहले उसकी मां और मंगेतर के गायब होने से गांव में हड़कंप मच गया।
परिजनों ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज की, और पुलिस ने दोनों की तलाश शुरू कर दी।
कई राज्यों में छानबीन और लोकेशन ट्रैकिंग के बाद आखिरकार पुलिस ने उन्हें नेपाल बॉर्डर से पकड़ लिया।
पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे
पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। सास ने बताया कि वह अपने पति की मारपीट और उपेक्षा से तंग आ चुकी थीं।
उन्होंने कहा, “मेरे पति न केवल मुझे नजरअंदाज करते थे, बल्कि खर्चे के लिए पैसे भी नहीं देते थे।
राहुल मुझे समझता था, इसलिए मैंने उसके साथ जाने का फैसला किया।
दूसरी ओर, राहुल ने स्वीकार किया कि शिवानी के साथ उनके रिश्ते में तनाव बढ़ता जा रहा था,
और सास के साथ उनकी बातचीत ने उन्हें भावनात्मक सहारा दिया।
सास ने यह भी खुलासा किया कि वह अब अपने पति के साथ नहीं रहना चाहतीं और राहुल के साथ नई जिंदगी शुरू करना चाहती हैं।
हालांकि, पुलिस ने दोनों के बयानों को दर्ज कर लिया है और मामले की गहन जांच कर रही है।
पुलिस का कहना है कि दोनों बालिग हैं, और उनके बयानों के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सामाजिक बहस और सवाल
इस घटना ने सोशल मीडिया और स्थानीय समुदाय में तूफान मचा दिया है। लोग इस रिश्ते को लेकर तरह-तरह की राय दे रहे हैं।
कुछ लोग सास के फैसले को गलत ठहरा रहे हैं, तो कुछ उनके पति की उपेक्षा और मारपीट को इस घटना का जिम्मेदार मान रहे हैं।
यह मामला रिश्तों की जटिलता, सामाजिक दबाव और व्यक्तिगत आजादी जैसे मुद्दों पर नई बहस छेड़ रहा है।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
पुलिस ने सास और दामाद को अलीगढ़ के दादों थाने लाया, जहां से उन्हें मडराक थाने भेजा गया है।
सास की गुमशुदगी की रिपोर्ट पहले से ही मडराक थाने में दर्ज थी।
पुलिस अब दोनों के बयानों को कोर्ट में पेश करेगी और कानूनी प्रक्रिया के तहत आगे की कार्रवाई करेगी।
इसके अलावा, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस फरारी में किसी तीसरे पक्ष की भूमिका थी।
निष्कर्ष
अलीगढ़ की यह सास-दामाद की कहानी न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि यह समाज के सामने कई सवाल भी खड़े करती है।
क्या रिश्तों की पवित्रता को बनाए रखने के लिए व्यक्तिगत आजादी का बलिदान देना चाहिए? या फिर सामाजिक दबावों से ऊपर उठकर अपने दिल की सुनना गलत नहीं है?
इस अनोखी प्रेम कहानी का अंत भले ही पुलिस थाने में हुआ हो, लेकिन इसने समाज में एक ऐसी बहस शुरू कर दी है, जो शायद लंबे समय तक जारी रहेगी।