Insurance helth:अनहोनी से बचने के लिए ले रहे हैं हेल्थ इंश्योरेंस तो ध्यान में रखें यह पांच बातें
Insurance helth: अगर सेहत अच्छी हो तो कई काम काफी आसान हो जाते हैं
लेकिन अगर सेहत खराब हो तो लोगों को कई सारी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है.
किसी भी बीमारी के लिए हॉस्पिटल में भर्ती होने पर लोगों को सेहत के साथ ही आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है.
ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस (Insurance helth) लोगों के काफी काम आ सकता है.
हेल्थ इंश्योरेंस आपके मेडिकल खर्चों (Medical Expenses) का ध्यान रखता है
और यह सुनिश्चित करता है कि आपकी जेब से होने वाले खर्चों को बीमा राशि से कवर किया जा सके.
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी
एक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी यह सुनिश्चित करती है कि आप एक नेटवर्क अस्पताल में कैशलेस उपचार का
लाभ उठा सकते हैं. आमतौर पर अधिकांश स्वास्थ्य बीमा योजनाओं में अस्पताल में भर्ती होने से पहले और
बाद में 30 दिन और 60 दिन शामिल होते हैं. व्यक्तिगत दुर्घटना
कवर, क्रिटिकल इलनेस कवर आदि हेल्थ इंश्योरेंस में मिल सकते हैं.
टैक्स में छूट
हेल्थ इंश्योरेंस कई फायदों के साथ आता है. इससे मेडिकल खर्चों को कम करने में मदद मिलती है,
साथ ही हेल्थ इंश्योरेंस के जरिए टैक्स में भी छूट हासिल की जा सकती है.
टैक्स में छूट हासिल कर टैक्स बचाया जा सकता है. हालांकि हेल्थ
इंश्योरेंस लेने से पहले कुछ बातों का काफी ध्यान रखना चाहिए.
हेल्थ इंश्योरेंस (Insurance helth) लेते वक्त ध्यान रखें ये 5 बातें
– बीमित राशि
– पॉलिसी प्रीमियम
– नेटवर्क अस्पतालों की सूची और क्लेम सेटलमेंट रेशियो
– सब-लिमिट्स (यदि कोई हैं) और वेटिंग पीरियड
– को-पेमेंट क्लॉज
हेल्थ इंश्योरेंस लेते वक्त इन पांच बातों का काफी ध्यान रखना चाहिए और उसके बाद ही कोई हेल्थ इंश्योरेंस
पॉलिसी का चुनाव करना चाहिए. इन पांच बातों को ध्यान में रखकर आप अपने अनुसार बेहतर
पॉलिसी का चुनाव कर पाएंगे और इमरजेंसी के वक्त भी आसानी से मेडिकल खर्चे क्लेम कर पाएंगे.